मुत्तक़ी की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में महिला पत्रकारों को न आने देने के सवाल पर मौलाना मदनी ने क्या कहा
मुत्तक़ी की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में महिला पत्रकारों को न आने देने के सवाल पर मौलाना मदनी ने क्या कहा
जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि मुत्तक़ी की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में महिला पत्रकारों को न आने देने की बात प्रोपेगैंडा है
जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्तक़ी से मुलाक़ात का ब्योरा दिया है. मुत्तक़ी देवबंद आए थे. मुत्तक़ी की मुलाक़ात मौलाना मदनी के साथ भी हुई थी.
मदनी ने कहा, "मुत्त़की से मुलाक़ात के दौरान हमारी अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं की शिक्षा पर लगी पाबंदी के बारे में बात नहीं हुई. हमारी धार्मिक शिक्षा एक है. दुनिया के किसी भी जगह इसमें कोई अंतर नहीं है."
"हमारा कहना है कि जहां भी मदरसा है वहां एक तरह की शिक्षा दी जाती है. अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं के साथ जो हो रहा है वो ग़लत है. जहां तक कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात है तो ये संयोग है कि वहां कोई महिला पत्रकार नहीं थी. उन्होंने नहीं कहा था कि महिलाएं न आएं. महिलाओं को प्रेस कॉन्फ़्रेंस में न आने देने की बात प्रोपेगैंडा है.’’
तालिबान के विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्तक़ी की नई दिल्ली में शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस को लेकर कई महिला पत्रकारों ने कहा है कि उन्हें वहाँ नहीं बुलाया गया.
महिला पत्रकारों ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
मुत्तक़ी गुरुवार को भारत पहुंचे थे और शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक हुई थी.
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